
मुंबई। इस साल नियमित अंतराल पर कला और मनोरंजन जगत की कई मशहूर हस्तियों जैसे देवानंद, शम्मी कपूर, जगजीत सिंह और भूपेन हजारिका ने दुनिया को अलविदा कह दिया। इस साल की शुरूआत में प्रतिष्ठित गायक पंडित भीमसेन जोशी का निधन हुआ जिसके बाद अमरचित्र कॉमिक के अनंत पई और शीर्ष चित्रकार एमएफ हुसैन का निधन नौ जून को हो गया। शास्त्रीय संगीतज्ञ सुल्तान खान, मणि कौल, निर्माता सुरेन्द्र कपूर और हिन्दी के वरिष्ठ लेखक श्रीलाल शुक्ल का निधन हो गया।
सिनेमा के पोस्टरों से पेंटिंग की शुरूआत करने वाले हुसैन को सिनेमा के साथ उनके लंबे रोमांस के कारण याद किया जाएगा। यहां तक कि वह फिल्म निर्माता बन गए और दो फिल्में गज गामिनी और मीनाक्षी-ए टेल ऑफ टू सिटी भी बनाई। इन फिल्मों में उन्होंने क्रमश: माधुरी और तब्बू को लिया था। हिंदू देवी-देवताओं के नग्न चित्र बनाने के कारण उग्रपंथी उनसे खफा हो गए जिसके बाद हुसैन ने हिन्दुस्तान छोड़ दिया और स्व निर्वासित जीवन जिया। उसकी रोटी, नौकर की कमीज और दुविधा जैसी फिल्मों का निर्माण करने वाले दिग्गज फिल्मकार मणि कौल का भी इस वर्ष लंबी बीमारी के बाद छह जुलाई को निधन हो गया। फिल्मी पर्दे पर ऊर्जावान हीरो की पहचान रखने वाले और बॉलीवुड में पहले स्टार के तौर पर माने जाने वाले 69 वर्षीय अभिनेता शम्मी कपूर का किडनी खराब हो जाने के कारण 14 अगस्त को निधन हो गया। कपूर के बाद हजारों ख्वाहिशें ऐसी, ए कागज की कश्ती और झुकी झुकी सी नजर गाने वाले गजल गायक जगजीत सिंह ने दुनिया छोड़ दी। उनका 10 दिसंबर को मस्तिष्काघात होने के कारण निधन हो गया।
इस साल भारत ने एक और संगीत के दिग्गज को खो दिया। परंपरागत असमी संगीत और गीत के जादू को बिखेरने वाले प्रसिद्ध गायक और संगीतकार भूपेन हजारिका का भी पांच नवंबर को निधन हो गया। वह 71 वर्ष के थे। वह चार महीनों से जीवन रक्षक प्रणाली पर थे। इस संगीतकार को उनके सुमधुर गीतों और धुनों जैसे दिल हू हू करे और गंगा बहती हो क्यों के लिए याद किया जाएगा।
करिश्माई व्यक्तित्व के फिल्म अभिनेता देवानंद का तीन दिसंबर की रात में घर से दूर लंदन में निधन हो गया। वह 88 वर्ष के थे। देवानंद को उनकी फिल्म गाइड, हम दोनो और ज्वेलर्स थीप के लिए याद किया जाएगा।
लम्बी बीमारी के बाद 27 नवंबर को मुंबई में सारंगी वादक और शास्त्रीय संगीत गायक उस्ताद सुल्तान खान का निधन हो गया। पद्म भूषण से सम्मानित 71 वर्षीय खान का संबंध जोधपुर के सारंगी वादक घराने से था।
बवंडर और प्रोवोक्ड जैसी फिल्मों के निर्माता जगमोहन मूंदड़ा का चार सितंबर को निधन हो गया। वह 62 वर्ष के थे। राग दरबारी सहित 25 किताबे लिखने वाले लेखक 85 वर्षीय श्रीलाल शुक्ल का 28 अक्तूबर को निधन हो गया।
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